Monday, 27 January 2020

हिमाचली 'क्योंठली' शब्दों के हिन्दी अर्थ

अयंशु = इस वर्ष 

पोरके = गत वर्ष , दूसरी ओर

परारके = पिछले से पिछले 

आगला = अगला 

गलेरा  = अगले से अगला 

अड़कपणी = कोहनी

छमाई = छठे महीने का देवकर 

कबिदला= शरारती 

जगर  = शरीफ 

बकबैन्दा = बहुत बोलने वाला 

कलोकड़ = अकेला चलने वाला पशु 

घायण  = घासणी 

एका   = एकता 

एजला  = यह वाला 

सेजला = वह वाला 

एती = यहाँ 

तेती = वहाँ

ओरका = इस ओर

पोरका = दूसरी और 

उशळना = 

बैर   =  वैर

एस = इस पुरुष को 

एसो = इस स्त्री को  

ऐसी = इधर से 

रा  = का (कारक विभक्ति ) 

इन्हों = इनको 

ओरा = इधर 

पोरा = उधर 

अटकणा = फंसना , रुकना 

✍️ ओम प्रकाश शर्मा
खुराना कॉटेज , परिमहल शिमला। 

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