Friday, 31 January 2020

देश में रोज दीवाली हो

हर बेटी रानी झाँसी हो
हर बेटा बाबा काँशी हो
राम सिंह भी हर-घर हों
प्रेरित जिनसे होते जन हों
मेरे देश में रोज दीवाली हो
न जेब किसी की खाली हो
सब ही अफ़सर सरकारी हों
पर भरी नहीं गद्दारी हो
वीर सुभाष तुझसे विचार हों
सर्वस्व लुटाने सब तैयार हों
विवेकानन्द हर बच्चा हो
हर साधु यहाँ का सच्चा हो
नेता भी लाल बहादुर हो
राजनीति न साजिश हो
नहीं तरक्की कागजी हो
दिखे वही जो धरातल हो
कपट भरे न रिश्ते हों
छोटे न बड़ों से पिसते हों
नशा मुक्त परिवेश यहाँ हो
चिट्टा मिले तो जेल यहाँ हो 
बचपन के सब खेल यहाँ हों
गुल्ली डंडा रेल यहाँ हों
भाषा में न भेद यहाँ हो
गलती तो झट खेद यहाँ हो
प्रभु भारत पुनः चिरैया हो
स्वर्ण पँख गौरेया हो
सारी दुनिया में जय-जय हो
आतंकवाद का न भय हो
कवियों से सज्जित महफिल हो
सरिता कविता की बहती हो
प्रतिभा की आन तिरंगा हो
स्वच्छ भाव मन गंगा हो


✍️ प्रतिभा शर्मा
प्रवक्ता हिन्दी
रा०व०मा०विद्यालय, धनत्थर
जिला बिलासपुर, हि.प्र. 174034

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