हिमाचल में भी देखो अब
लोगों का हुआ हाल खराब
महंगा हो गया सीमेंट और
सस्ती हो गई शराब
कहते हैं अब खुलेंगे
रात 2 बजे तक होटल व बार
पहले क्या नशा कम था
जो अब सस्ती कर दी शराब
युवाओं की ज़िंदगी तो
पहले ही हो रही थी बर्बाद
बस एक ही कमी रह गई है अब
उसे भी पूरा कर दो
सरकारी डिपुओं में भी अब
सस्ते राशन के साथ
सस्ती शराब की सप्लाई शुरू कर दो
एक तरफ कहते हो नशे
को खतम करना है
पर नए नए ठेके खोल कर
सरकारी खज़ाना भरना है
लोगों की ज़िंदगी से
हो रहा खिलवाड़
भगवान ही मालिक है अब
जब खेत को खाने लगी है बाड़
दुनिया में कैसे हो गई
इतनी मतलब परस्ती
आदमी की ज़िंदगी हो गई
शराब से भी सस्ती
✍️ रविन्दर कुमार शर्मा
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