यस बैंक जिसको कहते थे
निजी बैंकों में दूसरा था बड़ा
आज हालात यह हो गई
की औंधे मुँह है पड़ा
लोगों की गाढ़ी कमाई
अपनी ऐश में उड़ाते रहे
ज़्यादा ब्याज का लालच देकर
लोगों को मूर्ख बनाते रहे
रिज़र्व बैंक भी सोया रहा
निगरानी की जिम्मेवारी नही निभाई
कोई एक दिन में नहीं हुआ इतना कुछ
इतनी सारी खामियां नज़र क्यों नही आई
बहुत समझाया था निजी बैंकों में
मत रखो अपनी कमाई
सब कुछ लुटा कर
अब होश क्यों आई
डूबा हरियाणा का बिजली बोर्ड
पूरी मंदिर का पैसा डूबा
बिजली कर गए गुल सभी की
यस बैंक का देखो अजूबा
सरकारी अफसरों को खुश करते हैं
धंधा करते हैं निजी बैंक
बदले में ले जाते पैसा सारा
देखते रह जाते सरकारी बैंक
आज तक कई निजी
बैंक हो गए फेल
सरकारी बैंक हैं बिल्कुल सुरक्षित
इनका नही है कोई मेल
✍️ रविन्दर कुमार शर्मा
घुमारवीं
No comments:
Post a Comment