प्रेम रस में डुबे रहो नहीं कोई बड़ी बात।
शहीदों की शहादत भुलाना है बड़ी बात।।
भगत सिंह राजगुरु सुखदेव की करो बात।
फिरंगियों की हुकुमत ने मसले जज्बात ।।
ऐलाने फांसी बना मुल्ख के लिए आजादी की सौगात।
नाच नाच के मनाना उनके बलिदान दिवस की ये सौगात।।
पुलवामा में मां के लालो ने दी शहादत दिलो जान ।
पडोसी की हर कोशिश की नाकाम दे अपनी जान।।
प्रेम रस में डुबने बालों सुन लो शहादत रुहों का ऐलान।
हमारी शहादत को मदमस्ती में मत भुला के रखना।।
हमने धरोहर जो सिंची बदने लाल रंगे गुलाल।
सुन लो आज संभाल के रखो भर के प्रेमे गुलाल।।
✍️ हीरा सिंह कौशल
गांव व डाकघर देव
सुंदरनगर 9418144751
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